Wednesday, September 24, 2008

जब हम छोटे बच्चे थे, माँ उपले थापा करती थी

जब हम छोटे बच्चे थे, माँ उपले थापा करती थी
हम उपलों पर शक्लें गूंथा करते थे
आँख लगाकर ? कान बनाकर
नाक लगाकर
पगड़ी वाला ? टोपी वाला
मेरा उपला ?
तेरा उपला
अपने अपने जाने पहचाने नामों से उपला थापा करते थे

हँसता खेलता सूरज रोज़ सबेरे आकर
गोबर के उपलों में खेला करता था
रात को आँगन में जब चूल्हा जलता था
हम सरे चूल्हे घेर के बैठे रहते थे
किस उपले की बारी आई
किसका उपला राख हुआ

वो पंडित था
एक मुन्ना था
एक दसरथ था

बरसों बाद मैं
शमशान में बैठा सोच रह हूँ
आज रात इस वक़्त के जलते चूल्हे में
एक दोस्त का उपला और गया.

Wednesday, September 10, 2008





Us mod se shuru kareN phir Ye zindagi

     
उस मोड़ से शुरू करें फिर ये ज़िन्दगी

उस मोड़ से शुरू करें फिर ये ज़िन्दगी
हर शय जहाँ हसीं थी, हम तुम थे अजनबी

लेकर चले थे हम जिन्हें जन्नत के ख्वाब थे
फूलों के ख्वाब थे वो मोहब्बत के ख्वाब थे
लेकिन कहाँ है उनमें वो पहले सी दिलकशी

रहते थे हम हसीं ख्यालों की भीड़ में
उलझे हुए हैं आज सवालों की भीड़ में
आने लगी है याद वो फुर्सत की हर घड़ी

शायद ये वक्त हमसे कोई चाल चल गया
रिश्ता वफ़ा का और ही रंगों में ढल गया
अश्कों की चान्दिनी से थी बेहतर वो धुप ही


Ye Daulat bhi le lo ye Soharat bhi le lo

      दौलत भी ले लो,  शोहरत भी ले लो

दौलत भी ले लो, शोहरत भी ले लो
भले चीन लो मुझसे मेरी जवानी
मगर मुझको लौटा दो बच्चपन का सावन
वो कागज़ की कस्थी वो बारिश का पानी

मोहल्ले की सबसे निशानी पुराणी
वो बुधिया जिसे बच्चे कहते थे नानी
वो नानी की बातों में परियों का डेरा
वो चेहरे के झुरियों में सदियों का फेरा
भुलाए नहीं भूल सकता है कोई
वो चोटी सी रातें वो लम्बी कहानी

कड़ी धुप में अपने घर से निकलना
वो चिडिया वो बुलबुल वो ठिठली पकड़ना
वो गुडिया की शादी पे लड़ना झगड़ना
वो झूलों से गिरना, वो गिर के संभालना
वो पीथल के छल्लों के प्यारे से थो'फे
वो टूटी हुई चूडियों की निशानी

कभी रे'टी के ऊंचे तिलों पे जाना
घरोंदे बनाना, बनाके मिटाना
वो मासूम चाहत की तस्वीर अपनी
वो ख्वाबों खिलोनो की ताबीर जागीर अपनी
दुनिया का ग़म था रिश्तों के बंधन
बड़ी खूबसूरत थी वो जिंदगानी

Tumko dekha to ye khayal aaya

तुम को देखा, तो ख़याल आया
तुम को देखा, तो ख़याल आया
जिंदगी धुप तुम घना साया

आज फ़िर दिल ने, एक तमन्ना की
आज फ़िर दिल को, हम ने समजाया

तुम चले जाओगे, तो सोचेंगे
हम ने क्या खोया, हम ने क्या पाया

हम जिसे गुनगुना नहीं सकते
वक्त ने एसा गीत क्यो गाया?
Aoo Aise Mohabat Kare 2
maar Bhi Jaye Tu Zinda Raahe X2

aoo Aise Mohabat Kare
aoo Aise Mohabat Kare
maar Bhi Jaye Tu Zinda Raahe
maar Bhi Jaye Tu Zinda Raahe

phool Kahete Hai Has Kar Jeeyo
khushbooyo Ko Loote Raho X2
bulbulo Ki Tarha Aye Sanam
pyar Ke Geet Gaate Rahe
pyar Ke Geet Gaate Rahe

zindagi Hai Wahi Zindagi
joh Mohabaat Mei Doobi Rahe
hona Paye Juda Aye Sanam
hona Paye Juda Aye Sanam
aoo Hum Aaj Ayse Mille
aoo Hum Aaj Aise Mille

bhrast Karta Rahe Asmaan X2
naz Hum Paar Kare Do Jahaa X2
dastani Humari Sanam X2
mahefilo Mei Hamesha Rahe X2

aoo Ayse Mohabat Kare
marbhi Jaye Tu Zinda Rahe

Tere aane ki jab khabar mahake

तेरे आने की जब ख़बर महके

आने की जब ख़बर महके
तेरी खुशबू से सारा घर महके....
शाम महके तेरे तसब्वुर से -२
शाम के बाद फ़िर सहर महके....
शाम के बाद फ़िर सहर महके....
तेरे आने की जब ...

रात भर सोचता रहा तुझको -२
ज़हनो दिल मेरे रात भर महके ...
ज़हनो दिल मेरे रात भर महके...
तेरे आने की जब .....

याद ए तो दिल मुनवर हो-२
दीद हो जाए तो नज़र महके....
दीद हो जाए तोह नज़र महके...
तेरे आने की जब ...

वोह घड़ी दो घड़ी जहा बैठे -२
वोह ज़मीन महके वोह शजर महके...
वो ज़मीन महके वो शजर महके...
तेरे आने की जब ....

Tere Aanay Ki Jab Khabar Mehkay - Jagjit Singh - Awesome video clips here

Tuesday, September 9, 2008

Kabhii to aasmaan se chaand utare jaam ho jaaye

कभी तो आसमान से चाँद उतरे जाम हो जाए

कभी तो आसमान से चाँद उतरे जाम हो जाए
तुम्हारे नाम की इक खूबसूरत शाम हो जाए

हमारा
दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाए
चरागों की तरह आँखें जलें जब शाम हो जाए

अजब हालत थे यूं दिल का सौदा हो गया आख़िर
मोहबात की हवेली जिस तरह नीलाम हो जाए

समंदर
के सफर में इस तरह आवाज़ दो हमको
हवाएं
तेज़ हों और कश्तियों में शाम हो जाए

मैं
ख़ुद भी एहतियातन उस गली से कम गुज़रता हूँ,
कोई
मासूम क्यों मेरे लिए बदनाम हो जाए

मुझे
मालूम है उस का ठिकाना फिर कहाँ होगा
परिंदा
आसमान छूने में जब नाकाम हो जाए

उजाले
अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
जाने किस गली में जिंदगी की शाम हो जाए