Saturday, July 21, 2007

अगर तलाश करू कोई मिल ही जाएगा मगर ।


अगर तलाश करू कोई मिल ही जाएगा मगर ।
तुम्हारी तरह कौन मुझे चाहेगा ॥

तुम्हे जरूर कोई चाहतों देखेगा ।
मगर वो आखें हमारी कहॉ से लायेगा ॥

ना जाने कब तेरे दिल पर नयी सी दस्तक हो ।
मकान खाली हुआ है तो कोई आयेगा ॥

मैं अपनी राह मे दीवार बन के बैठा हूँ ।
agar वो आया तो किस राह से जाएगा ॥


तुम्हारे साथ ये मौसम फरिश्तों जैसा है ।
तुम्हारे बाद ये मौसम बहुत सतायेगा ॥

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