बस इक झिझक है यही हाल-ए-दिल सुनाने मी.न
बस इक झिझक है यही हाल-ए-दिल सुनाने मी.न
कि तेरा ज़िक्र भी आयेगा इस फ़साने मी.न
[झिझक=हेसिटेशन; ज़िक्र=मेंशन; फ़साना=टेल]
बरस पा.दी थी जो रुख से नकाब उठाने मी.न
वो चा.न्दनी है अभी तक मेरे गरीब-खाने मी.न
[रुख=फस; नकाब=वेल]
इसी मी.न इश्क की किस्मत बदल भी सकती थी
जो वक़्त बीत गया मुझ को आज़माने मी.न
य कह के टूट पा.दा शाख-ए-गुल से आखिरी फूल
आब और देर है कितनी बहार आने मी.न
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