Monday, January 28, 2008

zindagii men to sabhii pyaar kiyaa karate hain

जिंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं

जिंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं
मैं तो मर कर भी मेरी जान तुझे चाहूँगा

तू मिला है तो य एहसास हुआ है मुझको
य मेरी उम्र मोहब्बत के लिए थोड़ी है
इक ज़रा सा गम-ए-दौरान का भी हक है जिस पर
मैं ने वो सांस भी तेरे लिए रख छोडी है
तुझ पे हो जाऊँगा कुरबान तुझे चाहूँगा

अपने जज्बात में नाग्मात रचाने के लिए
मैं ने धड़कन की तरह दिल में बसाया है तुझे
मैं तसव्वुर भी जुदाई का भला कैसे करूं
मैं ने किस्मत की लकीरों से चुराया है तुझे
प्यार का बन के निगहबान तुझे चाहूँगा

तेरी हर चाप से जलाते हैं ख्यालों में चिराग
जब भी तू आये जगाता हुआ जादू आये
तुझको छू लूँ तो फिर ऐ जान-ए-तमन्ना मुझको
देर तक अपने बदन से तेरी खुश्बू आये
तू बहारों का है उनवान तुझे चाहूँगा

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