आप को देख कर देखता रह गया
आप को देख कर देखता रह गया
क्या कहूँ और कहने को क्या रह गया
आते आते मेरा नाम सा रह गया
उसके होठों पे कुछ काँपता रह गया
उन की आंखों में कैसे छलकने लगा
मेरे होंठों पे जो माजरा रह गया
ऐसे बिछडे सभी राह के मोड़ पर
आखरी हमसफ़र रास्ता रह गया
सोच कर आओ कू-ए-तमन्ना है य
जानेमन जो यहाँ रह गया रह गया
झूट वाले कहीं से कहीं बढ़ गए
इक मैं था कि सच बोलता रह गया
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