उन आंखों का आलम गुलाबी गुलाबी
उन आंखों का आलम गुलाबी गुलाबी
मेरे दिल का आलम शराबी शराबी
निगाहों ने देखी मुहब्बत ने मानी
तेरी बेमिसाली तेरी लाजवाबी
य दूद-दीदा नज़रें य रफ़्तार-ए-नाज़ुक
इन्हीं की बदौलत हुई है खराबी
खुदा के लिए अपनी नज़रों को रोको
तमन्ना बनी जा रही है जवाबी
मेरी ना-मुरादी मेरी कामयाबी
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