हंस के बोला करो बुलाया करो
हंस के बोला करो बुलाया करो
आप का घर है आया जाया करो
मुस्कराहट है हुस्न का जेवर
रूप बढ़ता है मुस्कुराया करो
हद से बाद कर हसीं लगते हो
झूठी क़समें ज़रूर खाया करो
हुक्म करना भी एक सखावत है
हम को खिदमत कोई बताया करो
बात करना भी बादशाहत है
बात करना न भूल जाया करो
ता के दुनिया की दिलकशी न घटे
नित नए पैरहण में आया करो
कितने सादा मिजाज हो तुम 'आदम'
उस गली में बहुत न जाया करो
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